रचनाकार: गरिमा जोशी पंत की कविता - तू और मैं
हम लाख छुपाएं
पारखी समझ गए
हममें हव्वा कौन
मैं या तू
हममें आदम कौन
तू या मैं।
आगे पढ़ें: रचनाकार: गरिमा जोशी पंत की कविता - तू और मैं http://www.rachanakar.org/2013/01/blog-post_3469.html#ixzz2IWcOz900
हम लाख छुपाएं
पारखी समझ गए
हममें हव्वा कौन
मैं या तू
हममें आदम कौन
तू या मैं।
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