Saturday 13 April 2013

नवरात्रि के पर्व पर मंगलकामना


विशेष निवेदन:- कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण वंदना जी की मेहनत पर पानी फिर गया। कम्प्यूटर की समस्या के चलते उनके द्वारा चयनित लिंक्स और पोस्ट डिलीट हो गयीं।
उनकी श्रम को आदर देते हुए उनके ही शब्दों में आज की चर्चा एक नए रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत है। आशा है आप गलतियों को क्षमा करेंगे।
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वासंतिक नवरात्रि के पर्व पर मंगलकामना के साथ करबद्ध शुभप्रभात! आदरणीय सुधी वृन्द New year के जोश को हम कई दिन पहले से कई दिन बाद तक बरकार रखते हैं तो 'नववर्ष' का जोश प्रतिपदा के बाद से फीका क्यों पड़ने लगा! लेकिन सौभाग्य की बात है कि इस बार विगत वर्षों की अपेक्षा जनमानस में ज्यादा उत्साह गोचर हुआ। यह नव संवत् 2067 की प्रथम मुलाकात है,इसलिए आप सभी को नववर्ष की हृदयातल से असीम शुभकामनाएं। अपनें जोश को कायम रखते हुए भारतीयता के धूमिल होते सूरज को पुन: दैदीप्यमान करने का सतत् प्रयास करें। इसी कड़ी मे आज की शुरुआत एक नन्हें कलाकार के अनोखे उपहार के साथ- - -

Sankalp's Pencil Strokes: Rose: नव संवत्सर तथा नव वर्ष की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!

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Wings of Fancy: 'मुझे वचाना': १ आ जाओ खेलो शीतल छाला देंगे मित्र बुलालो २ थक जाओ ज्यों आराम करो सब पंखा नीये त्यों ३ पक्षी देखोगे मेरे आंगन आओ चूजे भी पाओ ४ ...

मेरी धरोहर: क़ज़ा जब मेरा पता पूछने आई ...........नीलू प्रेम: जाने कितने ख़त लिखे मैंने तेरी याद में एक तू है जिसे पढने की फुर्सत नहीं है एक अरशा हो गया तेरा शहर छोड़े हुए और तुझे खबर लेने की फुर्सत नही...

अगली मुलाकात अगले शनिवार को कुछ नयें सूत्रों के साथ। माँ शक्ति सभी की लेखनी को एक अद्भुत शक्ति प्रदान करें और सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाए। इन्ही शुभकामनाओं के साथ नमस्कार।

8 comments:

  1. बेहतरीन चर्चा,सुंदर पठनीय लिंक्स.

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  2. कोई बात नहीं श्रीमान!
    आशा और पूर्व नियत से हटकर जब देखने को मिलता है तो उसका आनन्द अलग ही होता है।जैसा कि आज हुआ।
    अच्छा लगा जो उससे आपने बेहतर प्रस्तुति की।
    सादर

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    1. यह सब आपके सानिध्य का परिणाम है।

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  3. सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति . हार्दिक आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें हम हिंदी चिट्ठाकार हैं

    BHARTIY NARI
    PLEASE VISIT .

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  4. नवरात्रि के पर्व की शुभकामनाएं

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